कारक (Case) की परिभाषा संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से वाक्य के अन्य शब्दों के साथ उनका (संज्ञा या सर्वनाम का) सम्बन्ध सूचित हो, उसे (उस रूप को) 'कारक' कहते हैं। ... तभी वे वाक्य के अन्य शब्दों से सम्बन्ध रखने योग्य 'पद' होते है और 'पद' की अवस्था में ही वे वाक्य के दूसरे शब्दों से या क्रिया से कोई लगाव रख पाते हैं।
कारक की परिभाषा, भेद, उदाहरण Karak in Hindi VYAKARAN
कारक की परिभाषा
कारक के अन्य उदाहरण
- रावण ने सीता का अपहरण कर लिया था।
- प्रतीक ने पत्र लिखा।
- सुनीता ने खाना खा लिया।
- सुरेश को घूमने जाना है।
- ट्रेन ने रफ्तार पकड़ ली थी।
- आधी रात को कुत्ते भौंक रहे थे।
- सुरेश कार से जा रहा था।
- रीना के द्वारा मुझे यह बात पता चली।
- तुम ने यह कहा था।
- ट्रेन कानपुर पहुंच चुकी है।
कारक के भेद
- कर्ता कारक
- कर्म कारक
- करण कारक
- संप्रदान कारक
- अपादान कारक
- संबंध कारक
- अधिकरण कारक
- संबोधन कारक
कर्ता कारक
- राम ने खाना खा लिया।
- धीरज ने अपना काम कर लिया।
- वैशाली ने यह कहा था।
- माताजी ने कुत्ते पालें हैं।
- तुम ने क्या किया?
- ट्रेन ने रफ्तार पकड़ ली।
- रविंदर ने चुप रहना सही समझा।
- प्रतिलिपि ने प्रतियोगिता शुरू की है।
कर्म कारक
- धीरज को मारो।
- निखिलेश को ये देदो।
- राम ने सुग्रीव को राजगद्दी दिलवाई।
- जामवांत, हनुमान को कुछ याद दिला रहे थे।
- सुमन कानपुर जा रही है। (यहां को का लोप देखा जा सकता है)
करण कारक
- अनंत ट्रेन से जा रहा है।
- तुम किस से मिलोगे।
- कौन से देश विश्वकप खेलेंगे।
- पाकिस्तान से क्रिकेट मैच जीतना है।
- कृष्ण को राधा से प्रेम है।
- मैं यह कलम से लिख रहा हूँ।
- बाबा कुल्हड़ से चाय पीते हैं।
संप्रदान कारक
- धीरज के लिए खाना लाओ।
- ट्रेन के लिए पटरी बन रही है।
- वो दुबई के लिए रवाना हो गए।
- उत्तरा के लिए पुस्तक लाइए।
- भूखों के लिए भोजन बनाओ।
- सर्दी से बचने के लिए रजाई ले आओ।
अपादान कारक
- नल से पानी गिर रहा है।
- मेरा घर वाहन वहां से दूर है।
- बादलों से बारिश हो रही है।
- टीना कुत्तों से डरती है।
- कलाइयों से घड़ी गिर गई।
- मैं अपने अध्यापक से भय खाता हूँ।
संबंध कारक
- कानपुर, शिवम का घर है।
- वह मेरा पुत्र है।
- उसके सर में दर्द है।
- ट्रेन की रफ्तार बहुत तेज़ है।
- मैं हिंदी का कवि हूँ।
- वह सुरेश की कलम है।
- वह माही का बल्ला है।
- खेतों के मालिक आ रहे हैं।
- राजस्थान की राजधानी जयपुर है।
- वह सुनीता की मौसी हैं।
अधिकरण कारक
- निखिलेश ने कलम बैग में रखी है।
- वह शाम को नहर किनारे गया था।
- मंदिर में दिया जल रहा है।
- रजाई, पलंग पर रखी है।
- टोकरी में आम रखे हैं।
- पानीपत में अकबर का युद्ध हुआ था।
- दराज के अंदर क्या है?
संबोधन कारक
- हे किसानों! लड़ो अपने हक के लिए।
- अरे सुनो! यहां चले आओ।
- श्रीमति जी! अखबार दीजिए।
- सुनिए भैया! दो कप चाय दे दो।
- माताजी! आप वहां सो जाइये।
- अजी! आप कहां रहेंगे अब।
- अरे धीरज! पढ़ना शुरू करो।