कक्षा 9 विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – ऊतक
कक्षा: 9
विषय: विज्ञान
अध्याय: यूनिट 6 – ऊतक
कक्षा 9 विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – ऊतक
1. निम्नलिखित में से कौन-से ऊतक में मृत कोशिकाएं पाई जाती हैं?
(a) मृदूतक
(b) दृढ़ोतक
(c) स्थूलकोणोतक
(d) उपकला ऊतक
(a) मृदूतक ऊतकों में अंतराकोशिक स्थान होते हैं
(b) स्थूलकोण ऊतकों की कोशिकाओं के कोने अनियमित रूप से मोटे हो जाते हैं
(c) शीर्षस्थ एवं अंतर्विष्ट विभाज्योतक स्थायी ऊतक होते हैं
(d) विभाज्योतकी कोशिकाओं की प्रारंभिक अवस्था में रसधनियां नहीं होती हैं
(a) शीर्षस्थ विभाज्योतक
(b) पाश्र्व विभाज्योतक
(c) अंतर्विष्ट विभाज्योतक
(d) उफध्र्व विभाज्योतक
(a) वाहिनिकाएं
(b) सहचर कोशिकाएं
(c) चालनी नलिकाएं
(d) वाहिकाएं
(a) स्तरित शल्की उपकला
(b) स्तंभाकार उपकला
(c) तुर्क रेशे उपकला
(d) घनाकार उपकला
(a) कंडरा का टूटना
(b) कंकाल पेशी का टूटना
(c) स्नायु का टूटना
(d) एरियोलर (गर्तिका) ऊतक का टूटना
(a) चिकनी पेशियां संकुचित होकर अस्थियों को चलायमान करने के लिए स्नायु को खींचती हैं
(b) चिकनी पेशियां संकुचित होकर अस्थियों को चलायमान करने के लिए कंडराओं को खींचती हैं
(c) कंकाल पेशियां संकुचित होकर अस्थियों को चलायमान करने के लिए स्नायु को खींचती हैं
(d) कंकाल पेशियां संकुचित होकर अस्थियों को चलायमान करने के लिए कंडराओं को खींचती हैं
(i) स्तरित पेशियां
(ii) चिकनी पेशियां
(iii) हृद पेशियां
(iv) कंकाल पेशियां
(a) (i) तथा (ii)
(b) (ii) तथा (iii)
(c) (iii) तथा (iv)
(d) (i) तथा (iv)
(a) स्थानीकृत एवं स्थायी होते हैं
(b) कुछ भागों तक वे सीमित नहीं होते हैं
(c) स्थानीकृत एवं विभाजनकारी कोशिकाओं के बने होते हैं
(d) परिमाण में बढ़ते रहते हैं
(a) प्रतिकूल परिस्थितियों से बचाव
(b) गैसीय विनिमय
(c) जल संवहन
(d) वाष्पोत्सर्जन
(a) रुधिर के आधात्री (मैट्रिक्स) में प्रोटीन, लवण एवं हार्मोन होते हैं
(b) दो अस्थियां, स्नायु की वजह से जुड़ी होती हैं
(c) कंडरा, रेशेहीन एवं कमजोर (फ्रेजाइल) ऊतक होते हैं
(d) उपास्थि संयोजी ऊतक का एक प्रकार है
(a) नाक
(b) कान
(c) वृक्क
(d) कंठ
(a) घनाकार उपकला
(b) वसा ऊतक
(c) अस्थियां
(d) उपास्थि
(a) फ्रलुओराइड एवं कैल्सियम की
(b) कैल्सियम एवं फाॅस्फोरस की
(c) कैल्सियम एवं पोटेशियम की
(d) फाॅस्फोरस एवं पोटेशियम की
(a) अस्थियों में
(b) रुधिर में
(c) पेशियों में
(d) उपास्थि में
(a) आहार-नाल में
(b) पाद में
(c) आंख की परितारिका (आइरिस) में
(d) फेफड़ों (फुफ्फुस) की श्वसनी में
(a) मस्तिष्क में
(b) मेरुरज्जु में
(c) कंडराओं में
(d) तंत्रिका में
(a) तंत्रिकाक्ष
(b) तंत्रिका के अंतिम सिरे
(c) कंडराएं
(d) द्रुमिका (डेंड्राइट)
(a) कंडरा
(b) वसा ऊतक
(c) गर्तिका (एरियोलर)
(d) उपास्थि
(a) कंकाल-पेशी
(b) हृद पेशी
(c) चिकनी पेशी
(d) ऐच्छिक पेशी
(a) मास्ट कोशिकाएं
(b) क्षारकरोगी (बेसोफिल)
(c) आॅस्टियोसाइट
(d) उपास्थि अणु
(a) सहचर कोशिकाएं
(b) फ्रलोएम तंतु
(c) फ्रलोएम मृदूतक
(d) चालनी नलिकाएं
(a) सहचर कोशिकाएं
(b) लाल रुधिर कणिकाएं
(c) वाहिकाएं
(d) चालनी नलिका कोशिकाएं
(a) उपत्वचा (क्यूटिकल)
(b) स्टोमेटा
(c) लिग्निन
(d) सुबेरिन
(a) स्थूलकोणोतक
(b) जाइलम मृदूतक
(c) मृदूतक (पैरेंकाइमा)
(d) जाइलम वाहिकाएं
(a) एधा (कैंबियम)
(b) शीर्षस्थ विभाज्योतक
(c) पाश्र्वीय विभाज्योतक
(d) अंतर्वेशी विभाज्योतक
(a) निचले स्तर पर आ जाएगी
(b) उच्चतर स्तर पर आ जाएगी
(c) उसी स्थान पर बनी रहेगी
(d) पाश्र्व में पहुंच जाएगी
(a) अपेक्षाकृत अविशिष्टीकृत एवं पतली भित्ति वाली
(b) मोटी भित्तियुक्त एवं विशिष्टीकृत
(c) लिग्निनयुक्त
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
(a) स्थूलकोणोतक
(b) दृढ़ोतक
(c) मृदूतक
(d) हरित ऊतक
(a) सेलुलोस
(b) लिपिड
(c) सुबेरिन
(d) लिग्निन
(a) अंतर्विष्ट विभाज्योतक
(b) संवहन ऊतक
(c) शीर्षस्थ विभाज्योतक
(d) मृदूतक
(a) मैट्रिक्स का स्वरूप ऊतकों के कार्यों के अनुसार भिन्न-भिन्न प्रकार का होता है।
(b) वसा का संग्रह त्वचा के नीचे एवं आंतरिक अंगों के मध्य में होता है।
(c) उपकला ऊतकों के मध्य अंतरकोशिकीय स्थान होते हैं।
(d) रेखित पेशियों की कोशिकाएं बहुकेंद्रकीय एवं अशाखित होती हैं।
(a) वाहिकाएं
(b) चालनी नलिकाएं
(c) वाहिनिकाएं
(d) जाइलम तंतु
34. शीत क्षेत्रों के प्राणी एवं ठंडे जल में रहने वाली मछलियों में उपत्वकीय वसा की अधिक मोटी परत पाई जाती है। क्यों? वर्णन कीजिए।
A
(a) तरल संयोजी ऊतक
(b) अंगों के अंदर के अवकाश को भरना
(c) रेखित पेशी
(d) वसा ऊतक
(e) संधि की सतह
(f) स्तरित शल्की उपकला
B
(i) उपत्वक स्तर
(ii) उपास्थि
(iii) कंकाल पेशियां
(iv) गर्तिका ऊतक
(v) रुधिर
(vi) त्वचा
A
(a) मृदूतक
(b) प्रकाशसंश्लेषण
(c) वायूतक
(d) स्थूल कोणोतक
(e) स्थायी ऊतक
B
(i) पतली भित्तियुक्त, पैकिंग करने वाली कोशिकाएं
(ii) कार्बन स्थिरीकरण
(iii) स्थानीकृत मोटाई
(iv) उत्प्लावकता
(v) दृढ़ोतक
(a) प्राणी शरीर का रक्षक ऊतक उपकला ऊतक होता है
(b) रुधिर वाहिकाओं, फुफ्फुस कुपिकाओं एवं वृक्क नलिकाओं का अस्तर (lining) उपकला ऊतकों का बना होता है
(c) उपकला कोशिकाओं में अंतराकोशिकीय स्थान होते हैं
(d) उपकला स्तर, पारगम्य स्तर की तरह कार्य करता है
(e) उपकला स्तर बाहरी वातावरण तथा शरीर के मध्य पदार्थों के नियमन को नहीं होने देता
(a) मेंढक का कूदना
(b) हृदय का पंपिंग करना
(c) हाथ से लिखना
(d) आपकी आंतों में चाकलेट की गति
(a) रुधिर वाहिकाओं का अस्तर ___________ से बना होता है।
(b) छोटी आंत अथवा क्षुद्रांत का अस्तर ___________ से बना होता है।
(c) वृक्क नलिकाओं का अस्तर ___________ से बना होता है।
(d) पक्ष्माभिका उपकला कोशिकाएं हमारे शरीर के ___________ में पाई जाती हैं।
(a) काॅर्क की भित्तियों पर ___________ होता है जिसके कारण ये गैस एवं जल के लिए अपारगम्य होती हैं।
(b) _________ में छिद्रिल भित्तियों वाली नलिकाकार कोशिकाएं होती हैं और यह सजीव होती हैं।
(c) अस्थियों में कठोर आधात्री होता है जो ___________ एवं ___________ से बना होता है।
(a) __________ जटिल ऊतक के प्रकार हैं।
(b) __________ में द्वार कोशिकाएं होती हैं।
(c) काॅर्क की कोशिकाओं में पाए जाने वाले रसायन __________ कहते हैं।
(d) नारियल का छिलका __________ ऊतकों का बना होता है।
(e) __________ पादपों को लचीलापन प्रदान करता है।
(f) __________ एवं __________ दोनों संवहनी ऊतक हैं।
(g) जाइलम के द्वारा मृदा से __________ एवं __________ का अभिगमन होता है।
(h) फ्रलोएम __________ से __________ को पौधे के दूसरे अंगों में पहुंचाने का कार्य करता है।
49. मृदूतक एवं दृढ़ोतक ऊतकों में भेद कीजिए। इनके सभी भागों के नाम स्पष्ट रूप से लिखिए।
(a) मृदूतक कोशिकाओं में सुस्पष्ट केंद्रक एवं सघन कोशिका द्रव्य होता है लेकिन इनमें रसधनियों का अभाव होता है।
(b) दृढ़ोतक ऊतकों में अंतराकोशिकीय अवकाश नहीं होते हैं।
(c) जब हम नाशपाती फल को चबाते हैं तो हमें एक दानेदार एवं कुरकुरे का-सा अहसास होता है।
(d) नारियल वृक्ष से छिलके को उतारना बहुत कठिन है।
(b) विभेदन की प्रक्रिया को परिभाषित कीजिए।
(c) पादपों के कोई दो सरल एवं दो जटिल स्थायी ऊतकों के नाम लिखिए।
कक्षा 9 विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – ऊतक
1. (b)
2. (c)
3. (b)
4. (b)
5. (b)
6. (c)
7. (d)
8. (b)
9. (c)
10. (c)
11. (c)
12. (c)
13. (b)
14. (b)
15. (c)
16. (b)
17. (c)
18. (c)
19. (c)
20. (b)
21. (d)
22. (b)
23. (a)
24. (a)
25. (d)
26. (d)
27. (c)
28. (a)
29. (a)
30. (c)
31. (b)
32. (c)
33. (c)
34. संकेत – ताप नियमन के लिए शरीर में वसा उपत्वचीय रोधन की तरह कार्य करती है।
(b) iv
(c) iii
(d) i
(e) ii
(f) vi
(b) ii
(c) iv
(d) iii
(e) v


(b) iv
(c) v
(d) iv
(a) यह सुरक्षा प्रदान करती है।
(b) गैसीय विनिमय में सहायता करती है।
(c) जल की हानि को रोकती है।
(d) बाह्य-त्वचा से निकले मूलरोम खनिज लवण एवं जल के अवशोषण में सहायता करते हैं।
49. मृदूतक एवं दृढ़ोतक में भेद कीजिए।


उपकला ऊतक निम्न प्रकार के होते हैं – (1) सरल शल्की उपकला, (2) स्तरित शल्की उपकला, (3) स्तंभाकार उपकला, एवं (4) घनाकार उपकला। ये ऊतक संरचना में भिन्न होते हैं जो कि अपने अनुपम कार्यों के साथ सह-सम्बंधित होते हैं। उदाहरण के लिए, रुध्रि वाहिकाओं अथवा फुफ्फुस कूपिकाओं की कोशिकाओं का अस्तर, जहां पदार्थों का अभिगमन वरणात्मक पारगम्य सतह से होता है, वह एक सरल चपटे प्रकार की उपकला है। इसे सरल शल्की उपकला कहते हैं। सरल शल्की उपकला कोशिकाएं अत्यधिक पतली एवं चपटी होती हैं और ये एक कोमल अस्तर बनाती हैं। त्वचा, ग्रसिका एवं मुख का अस्तर भी शल्की उपकला से आच्छादित अथवा ढका होता है। त्वचा की उपकला कोशिकाएं अनेक स्तरों में व्यवस्थित होकर इसके कटने-फटने को रोकती हैं। चूंकि ये स्तरों के पैटर्न में व्यवस्थित होती हैं अतः इन्हें स्तरित शल्की उपकला कहते हैं।
जिन अंगों में अवशोषण एवं स्रवण होता है जैसे कि आंतों के आंतरिक अस्तर में, वहां लंबी उपकला कोशिकाएं होती हैं। यह स्तंभाकार उपकला, उपकला रोधिका के आर-पार गमन को सरल बनाती है। श्वसन-पथ की स्तंभाकार उपकला ऊतकों में पक्ष्माभ होते हैं जो उपकला कोशिकाओं की बाहरी सतह पर रोम की तरह निकले होते हैं। ये पक्ष्माभ हिल सकते हैं और अपनी गति से श्लेष्म को श्वसन पथ में सफाई करने के लिए आगे धकेलते रहते हैं। इस प्रकार की उपकला को पक्ष्माभी स्तंभाकार उपकला कहते हैं।
घनाकार उपकला, लार-ग्रंथियों की वाहिनियों एवं वृक्क नलिकाओं का अस्तर बनाती हैं जहां यह यांत्रिक बल प्रदान करती है। उपकला कोशिकाएं प्रायः अतिरिक्त विशेषज्ञता प्राप्त कर लेती हैं जैसे ग्रंथि कोशिकाएं, जो उपकला की सतह पर पदार्थों का स्रवण कर सकती हैं। कभी-कभी उपकला ऊतकों का एक भाग अंदर की ओर वलित हो जाता है और बहुकोशिकीय ग्रंथि बन जाती है। यह ग्रंथिल उपकला होती है।


(a) संग्रहण की आवश्यकता नहीं
(b) क्योंकि ये लिग्निनयुक्त होती हैं
(c) दृढ़ कोशिकाओं की उपस्थिति (दृढ़ोतक)
(d) स्थूलकोणोतक की उपस्थिति
(e) दृढ़ोतक
(a)
- काॅर्क कोशिकाएं परिपक्व होने पर मर जाती हैं।
- ये कोशिकाएं सघन रूप से व्यवस्थित होती हैं।
- कोशिकाओं में अंतरकोशिकीय अवकाश नहीं होते हैं।
- कोशिकाओं की भित्तियों में एक रासायनिक पदार्थ-सुबेरिन होता है।
- इनमें कोशिकाएं अनेक स्तरों में व्यवस्थित होती हैं।
(c) ये पुराने तने/टहनियों/शाखाओं के लिए प्रकार्य को रक्षा प्रदान करती हैं। ये गैस व जल के लिए अपारगम्य होती हैं।


जटिल: फ्लोएम/जाइलम